जिला-गिरिडीह,थाना-जमुआ, पोस्ट-बाटी,ग्राम-बाटी से शिवचरण कुमार वर्मा जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि झारखंड के जितने भी विधायक,एम.पी,एम.एल.ए है वे अपना वेतन एवं भत्ता दोगुना कर लिए है परंतु यहाँ जो भी अनुबंध या सामाजिक कार्यकर्त्ता के रूप में कार्यरत है,जैसे सहिया कार्यकर्त्ता ,उनका प्रोत्साहन राशि मात्र 300 है और वे सिर्फ प्रसव जाँच में ही 36-48 घंटे तक अपना समय व्यतीत करते है और उन्हें सिर्फ 200-300 रु मिलते है पर यहाँ के विधायक,एम.पी, एम.एल.ए के वेतन दोगुना कर दिए गये है जो की बहुत ही हास्यप्रद है।इससे यह प्रतीत होता है कि सरकार यहाँ के जनता से खिलवाड़ कर रहे है । सरकार दोगुना वेतन से ऐश-मौज करेंगे और जनता, कर्मचारी गण भीख मांगेंगे,यह सरकार का नीति है,इसलिए इन्होंने मुख्य सचिव राजवाला वर्मा जी से आग्रह करते हुए कहते है कि सहिया कार्यकर्ताओ का प्रोत्साहन राशि या मानदेय में वृद्धि की जाये ताकि उन्हें अपने घर-परिवार एवं बाल-बच्चे को पढ़ाने-लिखाने में किसी भी तरह का कोई कठिनाई न हो साथ ही रात में सेवा देने वाली ममता वाहन का किराया भी घटा दिया गया है,जो बहुत ही हास्यप्रद है। इस पर मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए कि एम.पी, एम.एल.ए का वेतन घटा दिया जाये और उस पैसो से विकास का काम किया जाये,पर यहाँ के एम.पी, एम.एल.ए कुछ काम नहीं करते है सिर्फ चुनाव जीतते है और अपने वेतन बढ़ाने के लिए अनसन और आंदोलन करते है लेकिन जनता के प्रति कुछ नहीं करते है।