गिरिडीह से राजेश कुमार साथ दिलीप झा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला हिंसा पर कहते है कि महिला हिंसा को रोकने में स्थानीय प्रशसन अहम् भूमिका निभा सकती है अगर कही पर महिला हिंसा होती है तो वहां की पुलिस इसे रोक सकती है महिलाओ को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए पुरुषो द्वारा महिलाओ पर कि जाने वाली हिंसा सबसे जयादा निंदनीय है महिलाओ और पुरुषो के बीच इंट्रकशन पैदा करके इस हिंसा को रोका जा सकता है महिलाओ पर पुरुष के साथ साथ महिलाओ के द्वारा भी अनेक माध्यम से हिंसा किया जा रहा है जैसे कि केश दर्ज कराया जा रहा है इसे रोकने में सरकार चाहे वो राज्य सरकार हो या फिर केंद्र सरकार इस पर अभियान सेमिनार आयोजित करके महिलाओ को जागरूक कर सकती है जो बहुत हद तक महिला हिंसा को रोकने में कारगर साबित हो सकता है.