रांची से अंजुमन आरा जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की आज कल बहुत सारी लड़कियो की 14 से 15 साल की उमर में शादी कर दी जाती है ,माँ-बाप समझते है की कहीं बेटी कुछ उच्च नीच न कर बैठे ,इस वजह से वे उनकी शादी कर देते है ,और उनकी पढाई ,आज़ादी छीन लेते है। माँ -बाप सोचते है की वे यह सब उनकी भलाई के लिए कर रहे है , पर हकीकत कुछ और ही है। माँ - बाप की सबसे बड़ी गलती यह है की बच्चे कितने भी बड़े हो जाये माँ - बाप उनको बच्चे ही समझते है। वे यह भी बता रही है लड़कियां मछली की तरह होती है , समाज उन्हें जितनी बड़ी जगह में पालेंगे वे उतनी ही आगे बढेंगी