देवघर से के.बी सहाय साथ में तरकेस्वर प्रसाद सिंह झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि क़ानूनी रूपसे महिलाओ को सम्पन्ति में आधिकार है इसलिए यह कहना अतिशयोक्ति होगा कि महिलाओ को सम्पन्ति में अधिकार नहीं मिला है सामाजिक रूप से महिलाओ को सम्पन्ति में अधिकार नहीं मिलता है इसके लिए सरकार को झारखण्ड कि महिलाओ को क़ानूनी रूप से आधिकार देने के लिए पहल करनी चाहिए और सामाजिक व्य्वस्था में भी परिवर्तन करने कि जरुरत है.