सकुन्तला देवी,लोहरदगा से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहती है की कम उम्र में शादी नही करनी चाहिए।क्योकि बेटी बढ़ने के बाद जब इसे दूसरे घर का हक़दार बनाते है तो बेटी दो घर की अधिकारी बनती है इसलिए बेटी को अच्छे स्कूल में पढ़ाना लिखाना चाहिए और बेटा-बेटी को सामान मानना चाहिए। कम उम्र में मानसिक शक्ति और शारीरिक विकास होता है और अगर कम उम्र में शादी हो जाये तो वो विकास नहीं हो पाता है जिस कारण आने वाले पीढ़ी को नुकसान हो सकता है