जिला दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा साथ वीरेंद्र कुमार झा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि किसी भी व्यक्ति को अपना जीवन यापन करने के लिए अधिकार कि आवश्यक्ता होती है उसी तरह सम्पति पर अधिकार माना जाता है।क्योकि इसके बिना कोई कुछ नहीं कर सकता है कानून के अनुसार महिलाओ का सम्पति में उतना ही अधिकार है जितना पुरुष का होता है।लेकिन समाजिक रूप से इसे नहीं माना जाता है।
