जिला दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा साथ महेश पंडित जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की बाल विवाह एक कुप्रथा है। इसका मुख्य कारन गरीबी और अशिक्षा है।जिसके कारन बाल विवाह को बढ़ावा मिलता है। इसे रोकने के लिए लोगो को शिक्षित होना होगा तथा ग्रामीण क्षेत्रो में अभियान चलाना होगा।क्योकि अब तक समाज में जागरूकता नहीं है.हर गांवो में पंचायत का आयोजन किया जाए और बाल विवाह से क्या क्या हानियां होती है इस बात को बताया जाए।
