गिरिडीह,जमूआ से अजय कुमार भदानी झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बाल विवाह के बारे में कहते है की लोग समझते नहीं है की बाल विवाह करके हम कितना बड़ा पाप करने जा रहे है बच्चो पर क्या प्रभाव पड़ेगा।ये बाल विवाह का आँखो देखा हाल बता रहे है की 12 अप्रैल 2012 में एक लड़के की शादी 18 वर्ष की उम्र में कर दी गयी, लड़की की उम्र मात्र 16 वर्ष की थी. एक वर्ष पश्चात 26 अप्रैल 2013 को उस लड़के की मृत्यु हो गयी अत: लड़की के माता-पिता ने उस लड़की का विवाह फिर उसी घर के लड़के के साथ कर दिया।