जिला गिरिडीह के बिरनी प्रखंड से सुभाष कुशवाहा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी को बताया कि आज कल इंटरनेट और मोबाइल फोन के आने के बाद हमें सूचनाओ का संचार आया तो कई चीज इसके साथ खो दिया गया. इनमे से एक आदत थी चिट्ठी लिखना क्योकि पहले चिट्ठी लिखने का महत्व था जिसमे लोग अपने मित्रो परिजनो को चिट्ठी लिखते थे और डाकिया का इंतिजार करते नजर आते थे. लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं होता है. अब लोग sms या ईमेल या फोन पर बात करके जानकारी लेते है. ऐसी स्थिति में लोग अपने परंपराए को भूल जा रहे है इनमे से एक थी चिट्ठी लिखना। इस परंपराए को हम कायम रख सकते है और अपने मित्रो परिजनो को पत्र भेजे।