हजारीबाग ज़िले से राजन कुमार जी कहते हैं कि हजारीबाग ज़िले में आज भी बिरहोर समुदाय की जिंदगी जंगलों पर निर्भर करती है। वे कहते हैं कि बिरहोर समुदाय विकास से कोशो दूर हैं वे जंगल से दातुन ,पत्ता , बांस लाकर टोकरी बनाकर और लकड़ी बेचकर का अपना जीवन बसर करते हैं