बोकारो: जे. एम. रंगीला ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि बेरमो अनुमंडल के गोमिया प्रखंड के ललपनिया में १९८७ में तेनुघाट विद्युत निगम की स्थापना हुई थी.इस प्लांट में ललपनिया, जावा,कोदवा टाड़,सड़क टोला,तिलैया आदि गांवों के ३६० एकड़ जमीन अधिग्रहण की गई थी. १९९०-९१ में ललपनिया-डुमरी रेलवे लाइन के लिए उपरोक्त गांवों के अतिरिक्त कई गाँव के किसानो के जमीनों का अधिग्रहण किया गया था.जिसमे से कुछ किसानों को मुवावजा मिला और कुछ को नही मिला वे आज भी भू अर्जन विभाग के दफ्तर के चक्कर कट रहे हैं विचारणीय प्रश्न तो यह है जहाँ एक ओर किसानों को उनके जमीन के बदले मुवावजा तक नही मिला वंही दूसरी और निगम के २५ साल पुरे होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती मनाई गई.विस्थापित नेता विनय महतो के मुताबिक आज भी २०% किसानों को मुवावजा नही मिल पाया है.वे लोग रोजगार के आभाव में अन्य राज्यों में पलायन का रहे हैं. अखिल भारतीय किसान सभा के गोमिया अंचल अध्यक्ष लखन लाल महतो ने बताया कि रेलवे लाइन के कारण विस्थापित हुए लोग २० साल से आन्दोलन कर रहे है लेकिन अभी तक उन्हें मुवावजा नही मिली है.
