बोकारो नवाडीह से जे एम् रंगीला एवं वासुदेव तुरी जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर कल्याणी परियोजना में लिपिक के पद पर कार्यरत भीम महतो ने, जो की सन १९८४ में अपने पिता के पश्चात इस पद पर अपना योगदान दिया और १९८८ में यूनाइटेड कोल वर्कर यूनियन के शाखा सचिव के पड़ से सक्रिय हुए एवं वर्ष २०११ में यूनियन के सचिव चुने गए ,झारखण्ड मोबाइल वाणी पर विस्थापन के सम्बन्ध में बात की और भीम जी ने बताया की जब ही कोई कारखाने खुलेंगे तो विस्थापन जैसे समस्या आयेगी मगर सीसीएल प्रबंधन लोगो को प्रलोभन देकर अपना कार्य कर लेती हैं और विस्थापितों के साथ न्याय नहीं करती हैं जिस कारन विस्थापन इस क्षेत्र की समस्या बन गयी हैं.आज विस्थापन के आन्दोलन के बल पर कई लोगो के अपनी राजनीती मुकाम बनाये वे आज विस्थापितों को भूल गए हैं. झारखण्ड बने एक दसक गुजरने के बाद नही विस्थापन नीति नहीं बन पाई हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की झारखण्ड में जो भी मुख्यमंत्री बने उन्होंने केवल अपनी सुध ली जिस कारन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया हैं.आज सरकार की नीतियों के कारन विस्य्हपितो का यह हाल हैं. आन्दोलन के कारन कई लोगो को नौकरी एवं मुआवजा प्रदान किया गया हैं मगर प्रबंधन हमेसा इस आन्दोलन को कुचलने का प्रयास करती हैं जिस कारन आज विस्थापन एक गंभीर समस्या बनी हुई हैं.