बोकारो: नवाडीह, बोकारो से जे.एम. रंगीला और वासुदेव तुरी ने एक साथ मिलकर एक साथ विस्थापन पर आशुतोष गिरी जी बातचीत की है जिसमे उन्होंने बताया कि २ एकड़ १ डिसमिल जमीन आउट सोर्सिंग खदान में गई है, जब खदान खुल रहे थे तब सीसीएल ने बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला और कुछ भी नही.वे कहते हैं कि बेरमो कोयलांचल क्षेत्र से सांसद, विधायक और कई बड़े नेतागन है इसके बाद भी यहाँ के लोगो की यह स्थिति वे सिर्फ चुनाव के दौरान आश्वासन तो देते हैं लेकिन विस्थापितों को इसका ल्कभ नही मिला है.पूछे जाने पर कहते है कि यहाँ पर सीसीएल मात्र आधा किलोमीटर की दुरी पर है और कम्पनी द्वारा विस्थापितों को विजली, पानी, स्वास्थ्य आदि जैसे मुलभुत सुविधाए मुहैया कराने का प्रावधान है लेकिन यहाँ के लोग इन सुविधाओं से वंचित हैं. यहाँ पर डुमरी के विधायक के नेत्रित्व में गुंजरडीह आउट सोर्सिंग खदान के लोग एल लाभी लड़ाई लड़ी थी.लेकिन इससे भी कुछ नही हुआ है लोगो से कहा गया कि २ एकड़ जमीं पर नौकरी मिलेगी लेकिन यह भी पूरा नही हुआ है. इस पर जे.एम. रंगीला कहते हैं कि इसी क्षेत्र में कई दिग्गज नेता चन्हें वे पक्ष के हो या प्रति पक्ष के रहते हैं लेकिन यह दुर्भाग्य ही है कि जब से कोल्यारियों का राष्ट्रीयकरण हुआ है तब से विस्थापित अपने लड़ाई लड़ते आ रहे हैं. लेकिन उनका भला आज तक नही हुआ.
