बोकारो नवाडीह से जे एम्झा रंगीला जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की झारखण्ड सरकार के उपक्रम तेनुघाट विधुत निगम ललपनिया में १० अप्रैल २०१३ को निगम के ढाई दसक पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया जिसमे विस्थापितों को छोड़ कर सभी वर्ग के लोगो को बुलाया गया और उन्हें उपहारों से नवाजा गया मगर रंगीला जी का कहना हैं की वे इस समारो के खिलाफ नहीं हैं बल्कि उनका कहना है की यह समारोह सादगी पूर्ण तरीके से भी मनाया जा सकता था जिससे निगम के करोडो रुपये भी बच जाते जिससे प्रखंड के विस्थापितों को सहायता की जा सकती थी. इस परियोजना में सैकड़ो लोग विस्थापित हुए हैं जिनमे से कितनो को नौकरी नहीं मिली हैं.रेलवे परियोजना के कारन विस्थापित परिवारों को नौकरी नहीं मिलने के कारन आज उन्हें पलायन करना पढ़ रहा हैं. कोम्पनी के लोग विस्तारीकरण के बाद की नियुक्ति देने का बहाना बना कर बात को टाल जाते हैं. गोमिया प्रखंड उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में आता हैं मगर इसके बावजूद कोई भी योजना धरातल पर लागु नहीं होती.
