बोकारो: लालचंद महतो ने नावाडीह, बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि नावाडीह प्रखंड में कई तालाब लाखों रुपये के लगत से मनरेगा योजना के तहत बनाए गए हैं. लेकिन सभी का स्थिति एक सामान है और स्थिति ये है कि बनाए गए तालाबों में गर्मी आने के पूर्व ही पानी का नामों निशान मिट गया है तालाबों में दरार पड़ गए हैं. वे कहते हैं कि इस योजना के तहत तालाब का निर्माण सिचाई की सुविधा मुहैया करने हेतू बनाई गई लेकिन जब तालाब से पशु-पक्षी का प्यास तक नही बुझ पाता तो फिर किसान खेती कैसे करेगें.यह एक बड़ा विडम्बना है.तालाबों की ऐसी स्थिति इसलिए उत्पन्न हुई है क्योंकि तालाबों का निर्माण सही स्थानों पर नही हुआ है.
