जिला पूर्वी सिंहभूम,घाटशिला से भाषा शर्मा ने झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से कहती है की बाल यौन शोषण से सभी लोग परिचित है बच्चे सबसे ज्यादा शोषण का शिकार सबसे ज्यादा अपने घर के लोगो द्वारा होते है लेकिन शर्म के सभी अपना मुँह बंद कर लेते है ऐसी घटना दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बस सब में देखा जाता है की कैसे स्कूल की बच्चियों के शरीर के साथ छेड़-छाड़ किया जाता है और ऐसे करने वालो में शिक्षित लोग भी शामिल होते है और ऐसे गन्दे विचर कर लोग न तो रिश्ता जानते है और न उम्र का लिहाज रखते है इसलिए गाँव के किशोर-किशोरियो को क्लब में और स्कूली बच्चो को स्कूल में बाल यौन शोषण के बारे में जानकारी दी जाये और सरकार ने इसके लिए क्या कदम उठाये क्या कानून बनाये है अगर इस तो लडकिया अपने आप बचा सकती है।