चतरा: राजू कुमार ने सिमरिया, चतरा से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि चतरा एवं हजारीबाग के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में आज के आधुनिक युग में भी डायन प्रथा का प्रचलन है इन गाँवों में अन्धविश्वाश को मानते हुए देवास लगाये जाते हैं और किसी भी गरीब,विधवा, और असहाय महिलाओं को डायन करार देकर मानशिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है.वे कहते हैं हैं की सरकार द्वारा इस तरह के अंधविश्वास पर कानून तो बनाये गए हैं, सुदूरवर्ती इलाकों में कानून का भय नही है.