जनार्दन महतो ने बाघमारा धनबाद से झारखण्ड मोबाइल वाणी पे महिलाओं के साथ होरहे हिंसा के बारे में बात की और बताया की आज महिलाओं के साथ उनके जन्म के सुरुआत से ही हिंसा की भी सुरुआत हो जाती हैं.आज लड़कियों को गर्भ में ही मार दिया जाता हैं.और अगर कुछ जन्म भी लेती हैं तो उनके साथ भेदभाव किया जाता हैं उन्हें हार क्षेत्र में पुरुषो से पीछे रखा जाता हैं. आज महिलाओं को सामाजिक ज्ञान की जरुरत हैं जिससे वे अपने अधिकार को जान सके और अपने ऊपर हो रहे हिंसा का विरोध कर सके.आज जरुरत हैं इस तरह के जिमेवारी अभिभावक को लेनी की जिससे की महिलाओं पे हिंसा बंद हो सके.क्योंकि अभिभावक ही अपने बच्चो को अच्छी परवरिश दे सकता हैं.