चतरा: राजू कुमार ने सिमरिया,चतरा से झारखण्ड मोबाइल वाणी को बताया कि चतरा जिला के ग्रामीण क्षेत्रो में पाया जाना वाला पक्षी तोता जिसके छोटे-छोटे बच्चो को ग्रामीणों द्वार पक्षियों को बेचा जा रहा है। जबकि इस पर किसी का भी नज़र नही है न तो वन विभाग और न ही अन्य ग्रामीणों का। इससे पर्यावरण पर्यावरण पर भी प्रभाव पड़ता है और आज कई पक्षी ऐसे है जो विलुप्त होने कगार पर है। अत: वे कहते हैं कि इस बारे में लोगो में जागरूकता फ़ैलाने की जरूरत है।