पश्चमी सिंघ्भुम,चैबाषा से विकाश बेरा मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बता रहे है कि पश्चमी सिंघ्भुम के मनोहर पुर कस्वे में 5 वर्ष पहले तस्करों के बलि चढ़ी एक 13 वर्षीये युवती अपने बच्चे को गोद लिए घर वापश आ गयी है। युवती की हालत इतनी ख़राब है कि वो 10 मिनट भी अपने पैरो पर कड़ी नही हो पा रही है। डोक्टोरो के मुताबिक युवती को कई गंभीर बीमारियों ने जकड़ रक्खा है। युविती के अनुशर तस्करों ने उसे अगवा कर के हरिद्वार पंहुचा दिया और वह उसे घरेलु काम पर लगा दिया गया। वह पर युवती को कई सररिक,मानशिक यातनाये झेलनी परी। इस दौरान वो गर्भवती हो गयी और किसी तरह वो खुद और अपने बच्चे को ले कर अपने घर लौटी है। ये बता रहे है कि जिले में मानव तस्करों का आतंक काफी फैला हुआ है। रोजगार के अभाव में भोले भाले लोग इसकी जाल में फस जाते है। अतः सरकार को रोजगार खोज इसका विकल धुन्धना चाहिए ताकि रोजगार के नाम पर लोग मानव तस्करों का सीकर ना बने और अपने जीवन को अंधकार से निकल अपने जीवन को खुशहाल बनाए।