शैलेन्द्र सिन्हा दुमका से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की सदर अस्पताल मरीज़ो के लिए बिस्तरो की भारी कमी है लोगो को जमीन पर ही सोना पड़ता है अगर कोई आपात्कालीन स्तिथि आ जाये तब भी मरीज़ो का इलाज़ जमीन पर लेटा कर ही किया जाता है। यहाँ मरीज़ो के पिने योग्य पानी तक नहीं है। इस पर न तो प्रशासन का ध्यान है और न ही स्वास्थ्य विभाग का।