बिहार के पूर्णिया से प्रह्लाद मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहें हैं की, बिहार और झारखण्ड के कुछ स्कूलों में सही से बेटियोँ की पढ़ाई नहीं होती है जब चेकिंग में अधिकारी आते हैं तो शिक्षक सही से शिक्षा देना शुरू कर देते हैं और अधिकारियों के जाते ही फिर वही हाल हो जाता है. सरकार बेटियोँ की शिक्षा में ध्यान नहीं दे रही है. अगर बिहार की बात करें तो बरारा पंचायत और यावरला पंचायत के स्कूलों की चेकिंग किये जाने पे शिक्षा की जर्जर हाल नज़र आएगा हांलाकि सरकार बेटियोँ की शिक्षा के लिए पार्टीबद्ध है.