दुमका,काठीकुंड से जीतेन्द्र कुमार भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम जानकारी दे रहे है की हमारे समाज में जो ऊंची और नीची जाती का चलन था वह आज भी ख़त्म नहीं हुआ है लोग शिक्षित तो हो गए, पर पुराने भेद-भाव को अभी नहीं भुला पाए है उनके वंसज का गुण अभी भी उनमे है देखा जाता है की उंची जाती के लोग नीची जाती के साथ खाना-पीना साथ में उठना-बैठना नहीं चाहते है.