दुमका,शिकारीपाड़ा से जीतेन्द्र भगत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की आज कल हमारे समाज की स्थिती काफी ख़राब हो गयी है नारी को भोग की वस्तु बना दिया गया सोच या बदलाव के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है रह चलते महिलाओ और छात्राओ को छेड़ा जा रहा है उन पर गंदे ताने कसे जाते है और यह हर गली नुक्कड़ पर हो रहा है यह लोगो को गलत मानसिकता की वजह से भी हो रहा है जो उनके मन में घर कर गयी है की औरत मात्र उपभोग का साधन है जबकि हमारी आधी आबादी महिलाओ की है लोगो को समझना चाहिए की नारियो के बिना समाज की कल्पना तक नहीं की जा सकती है तो अपने मन अच्छी सोच लानी चाहिए महिलाओ को आदर और सम्मान देना चाहिए ना की उन्हें उपभोग की वास्तु समझनी चाहिए।