जीतेन्दर भगत दुमका से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की निजी स्कूलों द्वारा मनमानी रूप से फ़ीस लेते है तथा स्कूल से ही पुस्तक और अन्य समान लेने को बाध्य करते है विद्यालय के नाम पर दूकान चलाया जा रहा है। परन्तु क्षेत्र में कोई भी ढंग का सरकारी स्कूल नहीं होने से लोग अपने बच्चो को निजी स्कूलो में भेजने को विवश है