काठीकुंद दुमका से अवनीश कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की आज हमारे समाज में नारियो की स्तिथि बहुत ही दयनीय है। इन्होने कहा इसका कारण आज के सिनेमा जगत है जिसमे नारियो को कवक एक उपभोक्त की वास्तु के रूप में दिखे जाता है। सिनेमा हमरी संस्कृति को मैली कर रही है आजकल के युवा वर्ग को ख़राब कर रही है भारतीय परंपरा के अनुसार अन्रियो की देवी के रूप में पूजा जाता है परन्तु आज न लोगो में भारतीयता रही और न ही भारत की संस्कृति।