जिला कोडरमा से दिवाकर झा झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि अगर महिला शिक्षित हो तो हिंसा को रोका जा सकता है पर महिलाओ के शिक्षण कार्य में भी उनके परिवार वालो के तरफ से बाधा डाली जाती है,लेकिन उसके वाजुद भी महिलाओ को अपने समाज और परिवार के लोगो से टकराना होगा तभी जा कर महिलाओ को आगे बढ़ने का मौका मिल सकता है,जब महिलाए आगे बढेंगी तो रास्ता जरुर निकलेगा,कानून ने महिलाओ के बहुत सुविधा दी है पर उसे कोई लेने को तैयार नहीं हैं,एक शिक्षा ही ऐसा हथियार है जिससे महिला आगे बढ़ सकती हैं।