जिला कोडरमा,से बसन्त मेहता ने झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की कोडरमा में प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी तरीके से फ़ीस वसूला जा रहा है जिसके कारण सभी अभिभावक परेशान है। खास कर के डोमचांच प्रखंड के कुछ प्राइवेट स्कूलों में ऐसा हो रहा 3,4 क्लास में 20 किताबे पढाई जाती है यहाँ के प्रिंसिपल का कहना है की हम इतना किताब बछो को पढ़ाते है और इन किताबो को खरीदने में अभिभावको को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 4,5 वर्ष तक तो अभिभावक अपने बच्चो को पढ़ा लेते है उसके बाद वे अधिक फ़ीस के कारण पढ़ाने में असमर्थ हो जाते है।और फिर मजबूर होकर अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में पढ़ाने के लिए मजबूर हो जाते है