जिला दुमका काठीकुंड से जीतेन्दर भगत झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि कल रात पांच महुआ के पेड़ो को काट कर रात में ही उसे ले गए ताकि प्रशासन को पता न चले,प्रसाशन देखने भी नहीं आई क्या हुआ है अगर प्रसाशन सकती से काम करती तो आज जंगल बच जाते,कृपया प्रसाशन इस पर ध्यान दे और जंगल की कटाई को रोके।