अवधेश कुमार,चतरा सिमरिया से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाह रहे है की कोई भी महिला यदि उनके पास आती है तो सबसे पहले मैं उस अत्याचार को रोकता है और कोशिश करता हूँ की क़ानूनी सहायता जो हो उसे करते है,जो भी महिला चाहती है की उसे नयाय मिले तो वा बिना पैसे की आवेदन देकर उसपर जो क़ानूनी प्रक्रिया है उसके हिसाब से थाने द्वारा इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएँगे उसके बाद जो आगे की करवाई है वह कोर्ट करेगी. इसमे कोई खर्चा नही है,तथा घरेलू हिंसा जो भी होता है उसका सुधार पंचायत मे होता है अगर पंचायत लिख के दे तभी यह आगे की और जाता है और इस पर करवाई की जाती है .