जिला चतरा के सिमरिया प्रखंड से किरण देवी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से घरेलु हिंसा के बारे में बताती है कि घरेलु हिंसा अक्सर चार तरह की होती है।शारीरिक हिंसा,मौखिक हिंसा,यौनिक हिंसा और आर्थिक हिंसा महिला को ज्यादातर इन सभी हिंसाओ का सामना करना पड़ता है।जब महिलाए इस सभी हिंसाओ को बरदास नहीं कर पति है तो कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाती है।अक्सर घरो में खान-पान पहनने के लिए कपडा आदि आर्थिक हिंसा में आता है।शारीरिक हिंसा महिलाओ के साथ मारपीट करना उन्हें शारीरिक दंड देना तथा मौखिक हिंसा महिलाओ को गाली देना यौनिक हिंसा दुष्कर्म आदि आते है।ये सभी समस्या लोक प्रेरणा केंद्र में आता है। गाँव गाँव में जा कर इस केंद्र द्वारा मीटिंग किया जाता है।और उसमे उस पीड़ित महिला को तथा उनके पति को बुला कर समझाया जाता है।ये सभी मामलो को प्रोटेक्शन ऑफिसर ग्रामीणो के साथ जा कर मीटिंग कर मुखिया और घर के परिवार वालो को बुलाकर समझाया जाता है।साथ ही लिखित के रूप में लिया जाता है।आज ऐसी घटनाए इस केंद्र में बहुत कम आता है।