जिला धनबाद,झरिया प्रखंड से विकाश कुमार गोप ने झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से घरेलु हिंसा में अपनी राय दे रहे है ये कहते है की उनके यहाँ एक दादी हुआ करती थी उसके चार बेटे थे लेकिन उन चारो में कोई भी बेटा उसे रखने के लिए तैयार नहीं था ये बुजुर्गों के प्रति बहुत ही अशोभनीय व्यवहार है।ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि महिलाओ से हम सब है महिलायें न होती तो इस दुनिया का कोई अस्तित्व ही नहीं होता। आज अगर हम अपने बुजुर्गों के साथ ऐसा करेंगे तो क्या कल हमारे साथ ऐसा नहीं होगा? इसलिए हमें बच्चो को अभी से सबकुछ सिखाना चाहिए ताकि आगे चलाकर महिला हिंसा न हो।