पंकज कुमार अतुल गोड्डा,महागामा से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि धडल्ले से हो रहा है आचार संहिता का उलंघ्घन।सत्ता में आने से पहले कानून वयवस्था कि धज्जिया उड़ाई जा रही है तो सत्ता में आने के बाद क्या जरुरी है की कानून वयवस्था को वे सही रूप दे पाएंगे।इससे जाहिर होता है की नेता अपने आप को ही सब कुछ मान रहे है जितने के बाद क्या वे इस समाज और जनता को जो चाहिए जैसे की भ्रस्टाचार मुक्त शासन,विकास का कार्य कर पाएंगे या कल के दौर की तरह नेता जी फिर जित कर जायेंगे फिर कभी नहीं आएंगे और आएंगे तो आचार संहिता का धडल्ले से मजाक उड़ायेंगे।