झारखंड राज्य के बोकारो ज़िला के नावाडीह प्रखंड से निर्मल महतो ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि नावाडीह प्रखंड अंतर्गत आने वाले चपरी पंचायत के बरडगवा टोला एक आदिवासी बहुल गांव हैं। इस गांव के ग्रामीण शुद्ध पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। यहाँ के ग्रामीण महिलाएँ दूरदराज़ से पानी की व्यवस्था करती हैं। शुद्ध पानी का इतना अभाव है कि ग्रामीण चुआ और जोरिया के पानी पीने को विवश हैं।जंगल क्षेत्रों में जाकर पानी तलाशना ख़तरों में पैर डालने के बराबर है। वहाँ रेंगने वाले जीव जंतु का ख़तरा हर एक पल बना रहता है।यहाँ तक की गंदे पानी के सेवन से कई गंभीर बीमारी होने का ख़तरा ग्रामीणों पर मंडरा रहा है। राज्य सरकार आदिवासियों के लिए करोड़ों रूपए खर्च करती हैं परंतु आजतक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी, ग्रामीणों की दुर्दशा देखने उनके क्षेत्र पर क़दम तक नहीं रखा है।यहाँ तक की पंचायत के जनप्रतिनिधि भी इस समस्या पर ध्यान आकर्षित नहीं कर रहे हैं।ग्रामीणों द्वारा लिखित रूप से आवेदन देकर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया गया पर सारी कोशिशें नाकाम साबित हुई।