झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के बिष्णुगढ प्रखंड से राजेश्वर महतो और इनके साथ एक अभिभावक दशरथ महतो हैं। वे मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि हर अभिभावक अपना और अपने बच्चो के भविष्य को उजागर बनाने के लिए हर तरह से कोशिश करते हैं। लेकिन राज्य में शिक्षण संस्थानों की सुविधा नहीं होने के कारण अभिभावकों के साथ-साथ बच्चों के सपने अधूरे रह जाते हैं। साथ ही गरीब परिवार होने के कारण अभिभावक अधिक पैसे खर्च कर अपने बच्चो को अन्य राज्य में शिक्षा प्राप्त करने के लिए नहीं भेज पाते हैं। साथ ही राज्य में कई संस्थान है लेकिन हर कार्य के लिए अभिभावकों से पैसे लिए जाते हैं जिसे पुरा करने में अभिभावक सक्षम नहीं हो पाते है। अतः जो बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए अन्य राज्य में जाते हैं उनके लिए सरकार द्वारा राज्य में ही निःशुल्क उच्च शिक्षण संस्थान की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।