झारखण्ड राज्य से जे.एम रंगीला की बातचीत झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से अनंत कुमार पाण्डेय जी से हुई जो एक शिक्षक हैं। बातचीत के दौरान अनंत जी ने बताया कि उनके क्षेत्र में उच्च शिक्षा की व्यवस्था अच्छी नहीं हैं। क्षेत्र के सरकारी विद्यालय में शिक्षक की कमी हैं जिस कारण पारा शिक्षक ही बच्चो को पढ़ा रहे हैं। प्रशिक्षित शिक्षक नहीं रहने से विद्यार्थियों तक शिक्षा का मूल ज्ञान नहीं पहुँच पाता हैं। गैर सरकारी विद्यालय में प्रशिक्षित शिक्षक को मेहनत के अनुसार मान्यता नहीं मिलता। इस कारण शिक्षक सरकारी स्कूल में पंजीकरण कर लेते हैं। शिक्षकों की कमी के कारण विद्यार्थी को सही दिशा निर्देश नहीं मिल पाता हैं। अभिभावकों के मज़बूरी से शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा हैं। उच्च शिक्षा में सुधार के लिए समाज को आगे आने की आवश्यकता हैं। शिक्षा समिति को इस समस्या पर खासा ध्यान देने की आवश्यकता हैं।विद्यालयों में प्रशिक्षित शिक्षकों को नियुक्त करना चाहिए ताकि विद्यार्थियों को मूल ज्ञान प्राप्त हो सके। उच्च शिक्षा सम्बन्धी संसाधनों को भी प्रयोग में लाना चाहिए जिससे विद्यार्थियों को लाभ मिले। अंग्रेजी को छोड़ कर मातृ भाषा को महत्व दिया जाना चाहिए। झारखण्ड ख़निज से भरा पूरा हैं। अगर तकनिकी शिक्षा उपलब्ध करवाया जाता तो लाभकारी साबित होगा परन्तु देखा जाता हैं कि महँगी शिक्षा के कारण ग़रीब तबके के विद्यार्थी तकनिकी शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं।