अवनीश दुमका,काठीकुंड से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला हिंसा पर कहते है की खुसनसीब है देश की महिलाये जो की एक दिन उनके नाम होता है चाहे वह दिन महिला दिवस हो,मदर डे या चाइल्ड गर्ल्स डे जब महिलाओ की सुरक्षा और तरक्की की बात आयेगी तब-तब दामिनी का नाम जबान पर आयेगा।आजकल लड़की सप्लाई शब्द खबरो में प्रमुखता से उभरा है यह भव्य् रौशनी की काली परछाई है सभ्य समाज लड़कियो को सप्लाई शब्द के साथ जोड़कर क्या कहना चाहता है बलात्कार के लिए कड़े कानून बनवाने में हम सफल रहे पर इस सप्लाई शब्द का क्या करे लड़का-लड़की की दोस्ती जायज है लिविंग टुगेदर को भी मान्यता मिल गयी फिर सप्लाई शब्द कि गुंजाइस कहा रहती है अत:इस शब्द को सब्दावली से तुरंत हटा देना चाहिए।