इस वर्ष देश में 17वीं लोक सभा चुनाव होने वाली है। दोस्तों, भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में चुनाव हमेशा ही एक जटिल प्रक्रिया रही है।इसे सरल बनाने के लिए चुनाव आयोग द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का प्रयोगकिया जाता है। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद से भारत में प्रत्येक लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन द्वारा ही पूरी की जाती है।लेकिन अगर गौर किया जाये तो ईवीएम की गोपनीयता पर हमेशा से ही सवाल उठते रहे हैं।ऐसे में चुनाव के निष्पक्ष नतीजे प्राप्त करने के लिए वर्तमान समय में ईवीएम कितना उपयोगी साबित हो रहा है और इसका क्या-क्या दुष्परिणाम है..? आपके अनुसार वैलेट पेपर से मतदान प्रक्रिया पूरी करने और ईवीएम से कराइ गई चुनाव प्रक्रिया में क्या अंतर है और इन दोनों में से कौन सी प्रक्रिया बेहतर और सुरक्षित है ?और किस तरह से ? अक्सर हमे पढ़ने या सुनने को मिलता है कि मतदान के दौरान ईवीएम ख़राब हो गई, तो क्या कभी आपके चुनाव क्षेत्र में ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हुई है यदि हां तो लोगो ने किस प्रकार अपने मतों का प्रयोग कर मतदान किया है..? साथ ही चुनाव के दिनों में अक्सर खबरें आती है कि मतदान केंद्रों पर ईवीएम मशीन के साथ छेड़-छाड़ की जाती हैं ऐसे में निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को संपन्न कराने में स्थानीय प्रशासन की क्या भूमिका होती है..?