झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के दारू प्रखंड से बलराम शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से एक श्रमिक भाई जिनका नाम कृष्णा कुमार है उनसे बातचीत किये। इस बातचीत में कृष्णा कुमार बताते हैं, कि वे रोजगार के लिए मुंबई और बैंगलोर गए जहाँ उन्हें काम मिला। काम के दौरान इनके साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता था।कभी भी समय के अनुसार ही काम करवाया जाता था।साथ ही वेतन प्रतिदिन पूरा दिया जाता था। यदि राज्य में भी रोजगार मिल जाए तो श्रमिकों को पलायन नहीं होना पड़ेगा।