झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला से सुमंत कुमार ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि,सरकार के लाख प्रयास के बाद भी जरूरतमंद गरीब दिव्यांगजनों तक आज भी सरकारी योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा है। इसका मुख्या कारण यह है कि दिव्यांगों को मिलने वाले सरकारी लाभ विचौलियों द्वारा कागजी प्रतिक्रिया दिखा कर उनके लाभ का गमन कर लिया जाता है।दिव्यांगों में सूचनाओं का अभाव स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है,क्योंकि इन्हे आने जाने में विभिन्न परेशानियों से गुजरना पड़ता है। पहले दिव्यांगजनों को सरकार के द्वारा ट्रेक साइकिल दिया जाता था।लेकिन इस भी विज्ञात कई वर्षो से बंद कर दिया गया। ऐसे में दिव्यांगों को आवागमन करने में विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है साथ ही दिव्यांगों को सरकार के द्वारा आरक्षण मिला है ,परन्तु जानकरी के अभाव में उन सुविधाओं का लाभ वे नहीं ले पाते हैं । दिव्यांगों के हौसले बढ़ने के लिए सरकार को विशेष प्रशिक्षण उपलब्ध करना चाहिए और इन्हे स्वरोजगार के साथ-साथ धन राशि भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए। जिससे इन्हे किसी भी प्रकार के व्यवसाय करने में कठिनाइओं का सामना न करना पड़े और दिव्यांगजनों के लिए इनके शिक्षा की व्यवस्था उनके निकटतम स्थान में करना चाहिए क्योकिं वे अपनी निशक्त के कारण दूर के शिक्षण संस्थान में नहीं पहुँच पाते है, जिससे इनकी शिक्षा अधूरी रहा जाती है।