झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला के बिष्णुगढ प्रखंड से राजेश्वर महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि आज भी कई दिव्यांग व्यक्ति अपना योगदान देकर देश की प्रगति में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं।पर शारीरिक विकास में थोड़ी अपूर्णता रहने के कारण समाज के लोग उन्हें थोड़ी हीन दृष्टि से देखते हैं। लेकिन आज वर्तमान स्थिति देखा जाए तो अनपढ़े दिव्यांग लोगों को प्रमाण पत्र बनाने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सरकार के नियमानुसार 40% से कम रहने वाले दिव्यांग सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते हैं। बिष्णुगढ के तीन दिव्यांग व्यक्तियों से वार्तालाप करने पर उनमे से एक महादेव तुरी ने बताया कि वे शारीरिक श्रम नहीं कर पाते हैं वहीँ चंद्रशेखर महतो कंप्यूटर ऑपरेटर है और हेमलाल साहू स्कूल में पारा शिक्षक हैं। उन सभी को दिव्यांग पेंशन का लाभ आसानी से मिलता है। साथ ही सरकार द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी आसानी से मिल रहा है।जिन दिव्यांग लोगों को योजना की जानकारी होती है वे उसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं और जिनके पास जानकारी नहीं है उन तक गांव की सेविकाओं के द्वारा सर्वे कर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद किया जा रहा है। सरकार द्वारा मनरेगा योजनाओं में दिव्यांगों को भी काम दिए जाने तथा हल्की कामो में योगदान देने का प्रावधान रखा गया है।वर्तमान स्थिति में सभी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। बैंक,रेलवे स्टेशन एवम सरकारी दफ्तरों में दिव्यांगों को भी तरजि दिया जाता है।पर भी दिव्यांगों में असहजता महसूस जरूर करते हैं