झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के चास प्रखंड से मिथिलेश कुमार महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि झारखण्ड में दो बार पंचायत चुनाव हुआ और पंचायत चुनाव होने के बाद अभी तक थोड़े बहुत ही बदलाव देखने को मिले हैं । पहले पंचायत भवन खुलता नहीं था पर अब खुलने लगा है।पहले पंचायत में इंदिरा आवास किसको मिल रहा है यह पता नहीं रहता था।किसी का इंदिरा आवास योजना का लाभ किसी और को दे दिया जाता था पर अब इंटरनेट की सुविधा के अनुसार योजना का लाभ सही व्यक्ति को दिया जा रहा जा रहा है।यही नहीं अब पंचायत भवन के दीवार पर लिख दिया जाता है कि इस बार किस-किस को आवास योजना का लाभ मिल रहा है।साथ ही वे कहते हैं कि कुछ हद तक बदलाव देखने को मिला है लेकिन अभी भी कुछ ऐसे पंचायत है जो जहां पर हफ़्तों तक पंचायत भवन नहीं खुलते हैं और ना ही वहां पर मुखिया,पंचायत सचिव,रोजगार सेवक आदि कोई उपस्थित होते हैं।अत: पंचायत के विकास के लिए यह जरुरी है कि जनप्रतिनिधियों ध्यान देना चाहिए।