झारखण्ड राज्य के जिला राँची प्रखंड कांके से मनोज कुमार जी ने बताया कि झारखण्ड में निजी विद्यालय के शिक्षकों का वेतन बहुत ही कम है।निजी स्कूल के शिक्षकों का वेतन बन्धुआ मजदुर की तरह केवल 5 -6 हजार रूपये दी जाती है। जिससे उनका परिवार भी नहीं चल पाता है, और उन्हें कई तरह की कठिनईयों का सामना करना पड़ता है।इस दिशा में झारखण्ड सरकार को कोई भी कदम नहीं उठती नजर आ रही है। इस समस्या के ऊपर शिक्षा विभाग को भी ध्यान देने की आवश्यकता है, जिससे शिक्षक बच्चों को गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा दे सकें।जिससे झारखण्ड का विकास।