झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला से मोबाइल वाणी के माध्यम बीरबल महतो जी ने यह बताया कि 2010 में पंचायत चुनाव कराया गया था। परन्तु 7 वर्ष बाद भी गाँव का विकास नहीं हो पाया है। इस चुनाव का मुख्य उद्देश्य जनता का विकास करना था परन्तु वह पुरा नहीं हुआ। आज चुनाव हुए 7 वर्ष हो जाने के बाद भी लोगों को इसके माध्यम से जो सुविधाएँ मिलनी थी वह पुरा होते नजर नहीं आ रहा है। वे कहते हैं कि ग्रमीण जिस विश्वास के साथ उम्मीदवार का चयन कर अपने पंचायत का जिम्मा सौंपते हैं। उस उम्मीद पर उम्मीदवार खरा नहीं उतर पाते हैं।और चुनकर जैसे ही सत्ता में आते हैं जनप्रतिनिधि केवल अपना विकास देखने लगते हैं । साथ ही प्रतिनिधि गांव में प्रत्येक माह ग्राम सभा का आयोजन भी नहीं करते हैं । और यदि किसी माह ग्राम सभा का आयोजन होता भी है, तो आम जनताओं की बातों को नहीं सुना जाता है। पंचातय प्रतिनिधि के पास सरकार के द्वारा जो भी योजनाओं को पुरा करने के लिए पैसे दिए जाते हैं,वह लोगों तक नहीं पहुंचाया जाता है।सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए और इन भ्रस्ट पंचायत प्रतिनिधियों के ऊपर कड़ी से कड़ी करवाई की करनी चाहिए।