हजारीबाग के इचाक प्रखंड से टेकनारायण कुशवाहा जी झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से इचाक प्रखंड अंतर्गत दलिया गाँव निवासी लीला देवी की सफलता की कहानी बताते हैं।उन्होंने बताया कि पति के विकलांग होते हुए भी लीला देवी अपना घर परिवार अच्छे से संभाली और काफी संघर्ष के बाद लीला जी को सफलता मिली है।लीला देवी पहले नव भारत जाग्रति केन्द्र के साथ जुड़कर काम कर रही थी।और इसमें काम करने के दौरान ही इन्होंने आँगनवाड़ी सेविका के रूप में भी अपने आप को स्थापित किया।साथ ही कई गाँवों में महिलाओं के साथ मिलकर संगठन बनाकर महिलाओं को जोड़ने और एक साथ मिलकर काम करती हैं ।साथ ही लीला देवी आज इचाक प्रखंड में एक अंध विद्यालय चला रही है। जहां पर दृष्टिहीनों को ब्रेल लिपि के द्वारा पढ़ाया जाता है .