बिरहोर भारत की एक प्रमुख जनजाति हैं यह मुख्यत: छत्तीसगढ़ और झारखंड के कुछ जिले में निवास करती है।पठारी क्षेत्र में बसने वाली बिरहोर जनजाति अपने उत्थान के लिए आज भी संघर्ष कर रही है. मूलभूत सुविधाओं से वंचित बिरहोर परिवार जंगल की लकड़ी और जाल बुनकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं. आज कई ऐसे परिवार आदिम जनजाति के हैं,जो नदी के किनारे कच्चे मकान में रहकर अपने बाल बच्चों का लालन पालन करने को मजबूर हैं , आखिर इसकी क्या वजह है...? दोस्तों.. सरकार द्वारा बिरहोर जनजाति के लिए जिले में क्या-क्या योजनाएं चलाई जा रही हैं...? क्या इन परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पता है..? आज सरकार कई योजना गरीब तबके के लोगों के लिए निकालती है, तो इसका लाभ किन्हे दिया जाता है...? इन्हें रोजगार देने या स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार क्या योजना निकाली है? आखिर क्यों हर सुख सुविधा से इन परिवार को वंचित रखा जाता है..?