गोड्डा से सृनिवाश मांझी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से झारखण्ड सरकार का धयान अपनी ओर करते हुए कहना चाहते है कि सरकार जो बच्चो के लिए मध्यान भोजन योजना चला रहे है उसका लाभ बच्चो को नही मिल रहा है। शिक्षक और ग्राम शिक्षा समिति के अध्यक्ष इस योजना को सही तरीके से ना चला के इसका लाभ खुद उठा रहे है घोटाला कर के। यह तक देखा गया है कि बच्चो का फर्जी हजारी बना कर उनके भोजन का खर्चा सरकार को दिखाते है। उनका ये भी कहना है कि जितने बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे है उनका नाम भी सरकारी स्कूल में है और शिक्षक और अध्यक्ष द्वारा उनका हजारी भी बनाया जाता है जिससे वो पैसे का गवन कर रहे है। अतः वो सरकार से अनुरोध करते हुए सिकायत हेल्पलाइन की मांग कर रहे है। इससे जब भी इस तरह का अवैध कार्य हो या बच्चो को भोजन नहीं मिले तो इसकी सिकायत किया जा सके और उन लोगो पर भी कारवाही हो सके जो बच्चो के लिए दिया गया भोजन को भी अपनी कमाई का जरिया बना चुके है।
