झारखण्ड के बोकारो जिला के चन्द्रपुरा प्रखण्ड से नरेश महतो जी झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम बता रहे है कि झारखण्ड राज्य के विभिन्न जिलों से दूसरे राज्यों में अपनी जीविका चलाने, रोजगार पाने तथा अपनी बदहाल जीवन से तंग आकर लोग पलायन कर रहे है।और हमारा संविधान भी इससे सहमत है।परन्तु बहुत से पलायन करने वाले व्यक्ति सुरक्षित पलायन नहीं करते है। पलायन करने वाले व्यक्ति का किसी प्रकार का घटना या दुर्धटना होने पर, उस व्यक्ति के परिवार वालों को मुवाबजा मिल सके। इनका कहना है की ऐसे तो हमारा राज्य अनेक प्रकार की खनिज सम्पदाओं से भरा पड़ा है। फिर भी यहाँ की जनता बदहाल जीवन जीने को मजबूर है।इसलिए पलायन करने वाले मजदूरों को श्रम नियोजन कार्यालय में जाकर निबंधन करा लेना चाहिए।इससे पलायन करने वाले व्यक्ति तथा उसके आश्रितों को क्षतिपूर्ति का मुवाबजा मिल सके।बहुत से लोग पलायन कर रहे है।लोगों को काम दिलवाने का झांसा देकर उनसे जोखिम भरा काम करवाया जाता है।ऐसी परिस्थियों में उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ती है।और दूसरे प्रांतो से सिर्फ उनकी लाशें वापस आती है।ऐसे में समय-समय पर जनप्रतिनिधियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों को जन सभा का आयोजन कर श्रम नियोजन के कार्यालय में निबंधन करवाने हेतुः जागरूकता लाने की जरुरत है।तभी लोग सुरक्षित पलायन कर सकते है।