जिला धनबाद प्रखंड बाघमारा से बीरबल महतो जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और 80 प्रतिशत जनता कृषि पर ही निर्भर रहती है। उनमे से झारखण्ड भी एक ऐसा राज्य है जहाँ पर 80 प्रतिशत लोग खेती पर ही निर्भर रहते है।पर उन्नत किस्म के बीज ना होने के कारण यहाँ के किसानों की फसल अच्छी नहीं हो पाती है।और अच्छी फसल के लिए रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करते है जिस वजह से यहाँ की ज़मीन की उर्वरक शक्ति कम हो गयी है।पहले जिस अनुपात में उत्पादन होता था वर्तमान समय में उतना नहीं होता है इसका एक मुख्य कारण किसानो में जैविक खाद की जानकारी का आभाव भी है। यहाँ के किसान जैविक खाद का प्रयोग नहीं करते हैं । बीरबल जी कहते हैं कि जैविक खाद जमीन को उपजाऊ तो बनाती ही है,साथ ही उत्पादन में भी बढ़ोतरी करती है जबकि इसके विपरीत रासायनिक खाद उत्पादन तो दुगुना कर देती है पर जमीन की उर्वरक शक्ति को घटा देती है, साथ ही वातावरण में कई तरह की बीमारियों को भी जन्म देती है ।अत: राज्य सरकार को चाहिए की वे किसानो को जैविक खाद की जानकारी अच्छे से दे।