जिला हजारीबाग से टेक नारायण प्रसाद कुशवाहा जी मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है।और यहां के लगभग 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है।अगर झारखण्ड प्रदेश की बात की जाए तो यहां निवास करने वाले कुल आबादी के 80 प्रतिशत लोग कृषि कार्य से जुड़े है और उनकी आजीविका का एक मात्र साधन कृषि है।यहां के किसान अपने खेतों में ऊपज बढ़ाने के लिए रासायनिक खाद का उपयोग ज्यादा मात्रा में कर रहे हैं। जिसका सीधा असर मानव जीवन पर पड़ रहा है। दरअसल अत्यधिक मात्रा में रासायनिक खाद प्रयोग करने से खेतों की मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। टेक नारायण जी कहते हैं कि जमीन को उपजाऊ बनाए रखने के लिए जैविक खाद का उपयोग करना होगा। अत: किसान भाइयों को अपने खेतों में रासायनिक खाद का प्रयोग करने से परहेज़ करना होगा । साथ ही इसमें सरकार को भी ध्यान देना चाहिए कि जैविक खाद को जगह -जगह पर उपलब्ध कराए, ताकी किसानों को जैविक खाद आसानी से मिल सके ।